फार्मर रजिस्ट्री:किसान रजिस्ट्री क्या है
- किसानों के हर खेत के भूखंड की डायनेमिक लिंकिंग होगी ।
- ई-साइन के माध्यम से आधार आधारित प्रमाणीकरण होगा ।
- भूलेख के साथ सीधा संबंध ,भुनक्शा के माध्यम से अपने गाटो की स्थिति देखी जा सकती है ।
कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर में रजिस्ट्री का हिस्सा (किसान रजिस्ट्री) प्रत्येक कृषि किसान के पास अपने भूमि पार्सल को एक ही स्थान पर जोड़ा जाएगा, जो एक ही किसान आईडी पर एक साथ जुड़ा होगा
फार्मर रजिस्ट्री से लाभ
- कृषकों को फसली ऋण एवं फसल बीमा की क्षतिपूर्ति तथा आपदा राहत प्राप्त करने में सुगमता होगी।
- कृषकों को समय से सही परामर्श, विभिन्न संस्थाओं द्वारा कृषकों से सम्पर्क के अवसर में वृद्धि के साथ साथ नए कार्यक्रमों के विस्तार में सफलता।
- फार्मर रजिस्ट्री का प्रयोग कृषि के साथ साथ अन्य सम्बन्धित विभाग जिसमे गन्ना, उद्यान, मत्स्य, खाद्य एवं विपणन, आदि के द्वारा अपने योजनाओं का लाभ प्रादान करने हेतु किया जा सकेगा तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कृषि उत्पाद के विपणन में सुगमता होगी।
फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने की प्रक्रिया
- कैंप मोड में जुलाई से अगस्त तक किया जायेगा।
- ग्रामवार लेखपाल एवं कृषि तकनीकी सहायक एटीएम बीटीएम एवं अन्य विभागों के कार्मिक के संयुक्त टीम के द्वारा फार्मर रजिस्ट्री तैयार किया जायेगा।
- आधार ई-केवीसी एवं मोबाइल संख्या का ओटीपी बेस्ड सत्यापन - कृषि तकनीकी सहायक, एटीएम, बीटीएम एवं अन्य विभागों के कार्मिक तथा कृषि सखी द्वारा किया जायेगा।
- भूलेख आधारित बकेट का सत्यापन - लेखपाल द्वारा मोबाइल से वेब पोर्टल पर प्रदर्शित किसान के भूलेख विवरण का सत्यापन किया जायेगा।
फार्मर रेजिस्ट्री के फायदे
- वित्त तक आसान पहुंच
- उच्च गुणवत्ता वाले इनपुट तक पहुंच
- अलर्ट और कार्रवाई योग्य सलाहकार
- व्यापक बाजारों तक पहुंच
किसान रजिस्ट्री के साथ जन समर्थ का उपयोग करके केसीसी का कार्यान्वयन
- कागज रहित और संपर्क रहित KCC की सुविधा के लिए, API का उपयोग करके किसान रजिस्ट्री के साथ जनसमर्थ पोर्टल को एकीकृत किया जाएगा।
- एक सरल केसीसी प्रक्रिया को लागू करने का इरादा है
- यह क्रेडिट लिंक्ड सरकारी योजनाओं पर किसानों के लिए वन-स्टॉप समाधान है।किसान को बैंक के चक्कर लगाने से आजादी मिलेगी ।
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